सिद्धार्थ, जुलाई 6 -- सिद्धार्थनगर।महतिनिया बुजुर्ग गांव के बरकत अली ने बताया कि मजदूरी मेहनत करके अपने परिवार के साथ टिन शेड के मकान में रहता है। कई वर्षों से आवास का इंतजार करते-करते थक चुका है और अब तो आशा ही टूट चुकी है। पात्र होने के बाद भी आवास से वंचित वह अकेला नहीं है गांव में और भी काफी लोग हैं जिनकी गरीबी जिम्मेदारों को नहीं दिख रही है। ---- सड़क टूटने से जलभराव महतिनिया बुजुर्ग गांव का मुख्य मार्ग काफी जर्जर हो चुका है। कई जगह सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दिनों में गड्ढों में पानी भर जाता है उसी में से ग्रामीण आने-जाने को मजबूर रहते हैं। कई बार तो बच्चे और बूढ़े उसमें गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। गांव के मुख्य मार्ग के अलावा अंदर गांव में घुसने के बाद भी सड़कों की स्थिति काफी बदतर है। टूटी सड़कें इस गांव की पहचान ...