हापुड़, अगस्त 12 -- आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम ने कहा कि 11 अगस्त 1942 को हापुड़ में देश की आजादी के लिए चार लोगों ने अपने प्राण की कुर्बानी दी। हमारे शहीदों ने एक संप्रभु, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष एवं समाजवादी भारत के निर्माण के लिए शहादत दी थी। देश में आजादी अहिंसा से नहीं बल्कि लाखों देशवासियों की शहादत से हमें मिली। पदम सिंह यहां इंद्रप्रस्थ कॉलेज में प्रबुद्ध जन संघ हापुड़ एवं 1942 शहीद स्मारक समिति हापुड़ के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भावी पीढ़ी को शहीदों के बलिदान को याद रखना चाहिए। इतिहास विभाग के डा विघ्नेश त्यागी ने कहा कि दिल्ली के नजदीक होने के कारण हापुड़ एवं मेरठ क्रान्तिकारियों का प्रमुख स्थान रहा, जहां देश की आजादी के लिए रणनीति बनाई जाती थी। 1942 शहीद...