रिषिकेष, जून 26 -- अंतरराष्ट्रीय नशा उन्मूलन एवं अवैध तस्करी निरोध दिवस के अवसर पर गुरुवार को परमार्थ निकेतन के ऋषिकुमारों ने नशा मुक्त जीवन जीने का संकल्प लिया। स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि नशा केवल आत्मा का नहीं, समाज की चेतना का भी नाश करता है। गुरुवार को परमार्थ निकेतन आश्रम में ऋषिकुमारों ने लोगों को नशे के प्रति जागरूक किया। आश्रम पहुंचने वाले लोगों को नशे के दलदल में न फंसने की अपील की गई। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि युवाओं के हाथों में केवल नशा या सिगरेट नहीं, पूरे राष्ट्र का भविष्य है। इसलिये अपने जीवन को नशे की गिरफ्त से निकालकर सेवा, संस्कार और संकल्प के मार्ग पर लगाओ। उन्होंने कहा कि युवाओं को उड़ान भरने के लिए नशा नहीं, आत्मबल चाहिए। आह्वान किया कि नशे की लत से बाहर निकलने के लिये सिर्फ कानून नहीं, करुणा चाहिए। सिर्फ...