जहानाबाद, नवम्बर 25 -- करपी, निज संवाददाता। आज से तीस चालीस वर्ष पूर्व दिल्ली, कोलकाता जैसे महानगरों में ब्राउन, शुगर, हीरोइन, कोकीन, मार्फ़ीन नामक अति नशीला पदार्थो के बारे में सुनने को मिलता था। बिहार के ग्रामीण इलाके में यह सब चीजों के नाम भी लोग नहीं जानते थे। लेकिन आज के दौर में करपी प्रखंड क्षेत्र में इन नशीले पदार्थों की आपूर्ति और सेवन करने वाले टीनएजर युवकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। किंजर पंचायत स्थित पईन से सटे पूर्व स्थित एक अर्ध निर्मित मकान में संध्या के समय ब्राउन शुगर, चरस आदि अति नशीले पदार्थों के सेवन करने वाले युवकों की टोली वहां पहुंचती है। जब लड़के इसका सेवन कर लेते हैं तो उनकी आंखें चढ़ जाती है। उनकी मनोदशा एकदम बदल जाती है। इसके सेवन करने वाले काफी एग्रेसिव हो जाते हैं। इस मामले में मनोवैज्ञानिक सह स्थानीय अनुग्...