गुड़गांव, जुलाई 8 -- गुरुग्राम। नवजात शिशु की मौत के संबंध में मंगलवार को जांच की गई। इसमें स्टाफ की लापरवाही नहीं पाई गई। प्रधान चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) डॉ. लोकवीर सिंह का कहना है कि जांच में पाया गया कि शिशु को परिजनों की तरफ से चमच द्वारा पिलाया गए दूध के कारण यह हादसा हुआ। पीएमओ ने कहा कि शिशु इंजेक्शन लगने बाद रो रहा था। शिशु की मां को दूध पिलाने को कहा गया। मां का दूध नहीं पीने के कारण शिशु को चमच से दूध पिलाने के लिए कहा गया, तो शिशु के परिजनों ने शिशु का नाक बंद करके दूध पिलाना शुरू किया। इस वजह से दूध सांस की नली में जाने के कारण मौत हुई। पीएमओ ने कहा कि जांच में पाया कि स्टाफ ने दो बार शिशु के परिजनों को बताया था कि दूध पिलाते समय नाक बंद न किया जाए लेकिन उन्होंने सलाह पर गौर नहीं किया। दरअसल, सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में एक नव...