गंगापार, जून 24 -- सहसों, हिन्दुस्तान संवाद। समन्वित ग्रामीण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत मंगलवार को उमरी वारी गांव में कृषक अभय सिंह के खेत पर कारडेट टीम ने नैनो डीएपी से धान की नर्सरी का जड़ शोधन कर रोपाई कार्य प्रारंभ करवाया। तकनीकी जानकारी देते हुए कार्डेट के प्रधानाचार्य डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि नैनो डीएपी से धान की नर्सरी का जड़ शोध करने के लिए एक लीटर पानी में 5 एम एल नैनो डीएपी का घोल बनाना पड़ता है। तत्पश्चात धान की नर्सरी की जड़ को आधे घंटे तक घोल में रखने के बाद रोपाई की जाती है। इस प्रकार से धान की फसल में दानेदार डीएपी की प्रयोग मात्रा को आधा कर देना चाहिए। कृषक अभय सिंह एवं उपस्थित कृषकों ने हर्ष के साथ नैनो डीएपी को अपनाने की बात कही। इस दौरान कई कृषकों के साथ कारडेट के आईआरडीपी प्रभारी राजेश कुमार सिंह उपस्थित रहे।
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