लखनऊ, नवम्बर 1 -- महापौर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त गौरव कुमार के बीच तनातनी और बढ़ रही है। शुक्रवार को महापौर ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी बिना उनकी संस्तुति उनके कार्यालय में तैनात कर्मचारी पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर सकते। उन्होंने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि अफसरों ने खुद आने के बजाय उन्हें अब ईमेल से बजट की प्रति भेजी है। अपर नगर आयुक्त प्रशासन आयुक्त ललित कुमार की रिपोर्ट पर अपर नगर आयुक्त अधिष्ठान नम्रता सिंह ने बुधवार को महापौर कार्यालय में तैनात बाबू सुखदेव का वेतन रोक दिया था। बाबू ने नगर निगम की ओर से भेजे गए पुनरीक्षित बजट की प्रति रिसीव करने से मना कर दिया था। उसका कहना था कि उसे महापौर कैंप कार्यालय में तैनात निजी सचिव ने मना किया था। वेतन रोकने की कार्रवाई का खुलासा गुरुवार को कार्यकारिणी बैठक में महापौर और नगर आयुक्...