रांची, मई 3 -- पिस्कानगड़ी, प्रतिनिधि। प्रखंड के कुदलौंग गांव में शनिवार को डालसा द्वारा डोर-टू-डोर जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया। वहीं 10 मई को राष्ट्रीय लोक अदालत की जानकारी ग्रामीणों को डालसा के पीएलवी द्वारा दी गई। कार्यक्रम में एलएडीसी डिप्टी चीफ कविता कुमारी खाती ने बाल श्रम, बाल विवाह और डायन बिसाही पर ग्रामीणों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि बच्चियों का बाल विवाह कभी नहीं करें उनका विवाह 18 वर्ष के बाद करें। विवाह से पूर्व अपने बच्चों को समुचित शिक्षा दें जिससे कि वे अपने पैरों पर खड़े हो सके। बाल श्रम पर रोक लगाएं बच्चों को काम कराने के बदले उन्हें शिक्षित करें। वहीं डायन बिसाही ऐसा अंधविश्वास है जो ग्रामीण लोगों के बीच फैला है इसे जड़ से हटाना है। खाती ने स्पेशल पोक्सो एक्ट और चाइल्ड फ्रेंडली स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी द...