नई दिल्ली, फरवरी 22 -- - जहां गूंजती थी गोलियों की आवाज अब वहां हाफ मैराथन की तैयारी - दो मार्च को अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन 2025 - शांति के लिए दौड़ेंगे पांच हजार से अधिक प्रतिभागी पंकज कुमार पाण्डेय नई दिल्ली। नक्सल खात्मे के ठोस प्रयासों की सबसे बड़ी नजीर बस्तर में अबूझमाड़ के जंगलों का वह इलाका बन रहा है, जहां सुरक्षा बलों का पहुंचना कभी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन समझा जाता था। अबूझमाड़ की अबूझ पहेली का हल खोजने में सफल सुरक्षा बल यहां के ज्यादातर इलाकों में अपनी पैठ बना चुके हैं। अब सबसे चौंकाने वाला कदम उठाते हुए राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन केंद्रीय बलों के सहयोग से अबूझमाड़ के इन्हीं इलाकों में दो मार्च को पीस मैराथन का आयोजन कर रहा है। सुरक्षा बल से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, नक्सल कमांडर ऑपरेशन के भय से अपना गढ़ छोड़कर अब सुरक्षित स...