बलरामपुर, मई 26 -- बलरामपुर, संवाददाता। भारत नेपाल सीमावर्ती एवं अल्प संख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में बनाए गए छह प्राथमिक एवं तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। मैन पॉवर की कमी के कारण इनका संचालन सही ढंग से नहीं हो पा रहा है। जबकि विभिन्न योजनाओं के तहत काफी समय पूर्व करोड़ों की लागत से इन प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। स्वास्थ्य केन्द्रों को संसाधनों से भी लैस कर दिया गया है। चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ न होने से इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। अगर इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन शुरू हो जाए तो करीब छह से सात लाख लोगों को सरकारी चिकित्सीय सुविधा का लाभ मिल सकेगा। भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र रजवापुर में बार्डर एरिय डब्लप्मेंट के तहत प्राथमिक स्वास...