नई दिल्ली, दिसम्बर 30 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। नक्सल खात्मे के लिए तय समय सीमा के अब तीन महीने बचे हैं। एजेंसियों के इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय को भरोसा है कि अब मंजिल करीब है और नक्सल हिंसा इतिहास बन जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि वर्ष 2025 में नक्सल हिंसा के खिलाफ निर्णायक मुकाम हासिल हुआ है। अब नक्सल मुक्त भारत की मंजिल करीब है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, वर्ष 2013 में 182 जिले वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित थे, जबकि अब 2025 में प्रभावित जिलों की संख्या केवल 11 रह गई है। नक्सल मुक्त भारत बनाने के मोदी सरकार के विजन की दिशा में एक बड़े कदम के तहत, नक्सलवाद से सबसे अधिक प्रभावित जिलों की संख्या छह से घटाकर तीन पर ला दी गई है। इन तीन जिलों में भी सुरक्षा बलों का वर्चस्व है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने तय किया है कि मार्च 2026 तक देश ...