अमरोहा, फरवरी 14 -- शब-ए-बारात के सिलसिले में मुस्लिम कमेटी अमरोहा के संयोजन में आयोजित महफिल-ए-शबे नूर में उलेमाओं ने रसूले खुदा की सुन्नतों पर पाबंदी से अमल करने ताकीद की। तालीम को वक्त की अहम जरूरत बताते हुए मंच से नई नस्ल को हर हाल में पढ़ाने का पैगाम दिया। शहर के मोहल्ला कोट स्थित अनार वाली ज्यारत पर गुरुवार रात आयोजित जलसे का आगाज कारी मोहम्मद आसिम व कारी मोहम्मद कासिम ने तिलावते कुरआन-ए-पाक से किया। इसके बाद इंटरनेशनल सूफी मिशन दिल्ली के चेयरमैन डा.माजिद देवबंदी, मौलाना साद अमरोहवी, हाफिज शमीम अमरोहवी, नबी हुसैन व कारी अब्दुल्ला ने बारगाहे रिसालत में नातिया कलाम पेश किया। मुरादाबाद से पहुंचे मौलाना मुफ्ती दानिश कादरी ने रसूले खुदा की सुन्नतों पर अमल करने की ताकीद की तथा बच्चों की तरबियत और परवरिश पर खास ध्यान देने की बात कही। उन्हो...