बागेश्वर, सितम्बर 28 -- कांडा क्षेत्र के विजयपुर स्थित प्रसिद्ध धौलीनाग मंदिर में अश्विन नवरात्र की पंचमी को आस्था और उत्सव का अद्भुत संगम देखने को मिला। पूरे दिन मंदिर परिसर भक्तों की भीड़ से गुलजार रहा। श्रद्धालुओं ने धौलीनाग भगवान की पूजा-अर्चना कर खीर का भोग लगाया और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। मेले का मुख्य आकर्षण 22 हाथ लंबी मशाल रही, जिसे स्थानीय बोली में राखा कहा जाता है। मान्यता है कि इस विशाल मशाल से मंदिर की परिक्रमा करने पर सुख-समृद्धि और सौभाग्य प्राप्त होता है। मड़ गांव से ग्रामीण आठ किलोमीटर पैदल चलकर चीड़ के छिलकों से बनी मशाल लेकर पहुंचे। सांझ ढलते ही जैसे ही राखा प्रज्वलित हुआ, पूरा वातावरण जय धौलीनाग के जयघोष से गूंज उठा। मशाल यात्रा में धपोलासेरा, कांडा, पोखरी, खंतोली, मिथुनकोट, विजयपुर, ढपटी, नागकन्याल, कभाट...