गढ़वा, अप्रैल 3 -- रमना, प्रतिनिधि। प्रखंड के गम्हरिया पंचायत अंतर्गत जिरुआ गांव में प्रकृति पर्व सरहुल धूमधाम के साथ मनाया गया। उक्त अवसर पर मुखिया पानपती देवी ने कहा कि यह आदिवासी समाज का सबसे बड़ा त्योहार है। यह त्योहार पेड़ो में नए फलों के आगमन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार हमें प्रकृति की रक्षा का संदेश देता है। कार्यक्रम को यशवंत पासवान, प्रताप सिंह, अनुराग कुमार, लक्ष्मण सिंह, शनिचर कोरवा, लखन सिंह, विजय सिंह और भोला सिंह ने संबोधित किया। उससे पहले सखुआ पेड़ के नीचे पाहन रामसुंदर बैगा और देवारिन सुकनी देवी ने संयुक्त रूप से सरहूल की विधिवत पूजा कराई । साथ ही फसल की अच्छी पैदावार, सुख एवम समृद्धि की कामना की गई। तत्पश्चात परंपरागत प्रसाद का वितरण किया गया। उक्त अवसर मांदर की थाप पर नृत्य व गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम...