रायबरेली, फरवरी 18 -- ऊंचाहार। मनीराम पुर गांव में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन सोमवार को कथा व्यास शास्त्री राघव महराज ने ध्रुव चरित्र की लीलाओं के बारे में बताया तो श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए। उन्होंने बताया कि ध्रुव के पिता का नाम राजा उत्तानपाद तथा माता का नाम सुनीति था। महराज की छोटी रानी सुरुचि की खूबसूरती ने राजा को मोहित कर लिया था, तथा सुरुचि उत्तानपाद की रुचि बन गई थी।

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