गढ़वा, मई 13 -- गढ़वा, प्रतिनिधि। जलवायु अनुकूल कृषि में राष्ट्रीय नवाचार (निकरा) परियोजना अंतर्गत किसानों को धान की सीधी बुआई की तकनीक के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि जलवायु परिवर्तन के कारण भू-जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है। उससे पेयजल और कृषि के लिए पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है। जिले में धान की खेती की तैयारियां शुरू हो चुकी है जो पूरी तरह वर्षा जल पर निर्भर है। किसानों को बताया गया कि जलवायु अनुकूल तकनीक में धान की सीधी बोआई सहायक होगी। किसानों को बताया गया कि भू-जल का स्तर काफी नीचे जाने के कारण सामान्य मोटरों से खेतों की सिंचाई मुश्किल हो रही है। ऐसे में कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि विशेषज्ञ नवलेश कुमार ने जलवायु अनुकूल तकनीक अपनाने की सलाह दी है। धान की सीधी बुआई ( डायरेक्ट सीडेड राइस) और जीरो टिलेज मशीन का उपयोग करने से पा...