मधुबनी, नवम्बर 12 -- घोघरडीहा। प्रखंड क्षेत्र में धान की फसल इन दिनों तेजी से सुख रही है। खेतों में भूरा मधुआ कीट का प्रकोप बढ़ने से किसान परेशान हैं। क्योंकि इसके कारण फसल के नष्ट होने की आशंका बढ़ गई है। भोलीरही, पिरोजगढ़, अमहि सहित अन्य जगहों पर किसानों के खेत में यह प्रकोप देखा जा रहा है। कृषि विभाग की माने तो भूरा मधुआ कीट का हमला अक्टुबर से शुरू होकर धान की कटाई तक जारी रहता है। यह कीट उन खेतों में अधिक फैलता है, जहां यूरिया का अत्यधिक उपयोग और पोटाश व फॉस्फेट का कम प्रयोग किया जाता है। इन कीटों से बचने के लिए किसान अपने खेतों में एसीफेट, थियोमेथोक्सम , पाईमेट्रोजिन , डाइनोटेप्योरॉर्न नामक दवा की छिड़काव कर सकते हैं।

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