जहानाबाद, दिसम्बर 25 -- धान की उपज दर कम होने से की गई तैयारी रह गई अधूरी चार दिनों तक लगातार बारिश ने उपज दर कम करने का किया काम अरवल, निज प्रतिनिधि। इस वर्ष धान का उत्पादन कम होने के कारण किसानों के आशा पर पानी फिर रहा है। धान की फसल देख किसानों अपना अपना सपना पाल रखे थे कि अच्छी उत्पादन होगी जिससे अधिक आमदनी हो जाएगी। कोई किसान अपने कर्ज समाप्त करने की सोच रहे थे, तो कोई अपने शादी विवाह के अवसर पर उस पैसे का उपयोग करने की बात सोच रखी थी, लेकिन थ्रेशिंग के बाद किसानों को होश उड़ गए। इसके पूर्व के वर्ष में जिस खेतों में 40 मन धान हुआ था उसमें इस वर्ष 25 मन धान हुआ। इस प्रकार का मामला किसी एक किसान का नहीं है हिंदुस्तान अखबार प्रतिनिधि द्वारा लगभग एक दर्जन गांव से दर्जनों किसान से बातचीत की गई। प्रत्येक गांव के प्रत्येक गांव के किसानों द्व...
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