सीतामढ़ी, नवम्बर 12 -- पिपराही। विगत दिनो आई बाढ से प्रभावित धान की फसल खेतों में तैयार हो गया है। किन्तु मजदूर काटने को तैयार नही है। मालूम हो कि बाढ के पानी में तीन से चार दिनों तक धान की फसले डूबी रही। बाढ का पानी हटने के साथ ही धान की फसलों पर मिट्टी की परत चढ गई। धान की बाली के कीचड में सन जाने से दाना मटमैला रंग का हो गया है। वहीं कई किस्म के बाली में दाना विकसित नही हो सका है। इन्ही कारणों से मजदूर धान की फसल नही काट रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में मजदूर धान की अच्छी फसल देख धान की कटनी करते हैं।मजदूर आठ बोझा में एक बोझा मजदूरी लेता था। किन्तु धान की फसल के ठीक नही रहने से नही काट रहा है।ऐसे में अधिकांश किसान 300 रूपये मजदूरी देकर धान की कटाई कराने को विवश हो रहें हैं। दोनो बागमती तटबंध के अंदर स्थित धान की फसल को बाढ से काफी नुकसान ह...
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