खगडि़या, जून 10 -- खगड़िया। निज प्रतिनिधि मध्यमम अवधि वाले धान की किस्मों को इस समय बीजस्थली में बोया जाना उपयुक्त है। एक हेक्टेयर में रोपाई के लिए आठ सौ से एक हजार वर्ग मीटर में नर्सरी तैयार करें। जिन किसानों के पास सिंचाई की समुचित उपलब्धता है और जो लंबी अवधि वाले धान की खेती करना चाहते हैं वैसे बीज लगा सकते हैं। इधर फलवाली स्ज्यियों में नत्रजन का उपरिवेशन करें। साथ ही कीट नाशक का छिड़काव करने की सलाह दी गई है। लीची की तुड़ाई के पश्चात उसके बगीचों की जुताई कर खाद व उर्वरकों का प्रयोग जरुर से करनी चाहिए। इधर पशुओं के लिए हरे चारा की व्यवस्था के लिए ज्वार, बाजरा व मक्का की बुआई करें। इसके साथ ही अंतर्वर्ती फसल के रूप में मेथी, लोबिया व राइस बीन की बुआई करने से चारे की गुणवत्ता और पोषणतत्व में वृद्धि होगी। जिससे दुधारू पशुओं को पर्याप्त और पौ...
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