आरा, दिसम्बर 20 -- आरा, निज प्रतिनिधि शहर के चंदवा मोड़ लक्ष्मी नगर में आयोजित श्रीरुद्र महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह के पहले दिन प्रवचन करते हुए भागवत वक्ता आचार्य डॉ भारतभूषण जी महाराज ने कहा कि सृष्टि के मूल वेद हैं। धर्म सृष्टि को धारण करता है। यह सबके हित के लिए पुरुषार्थ प्रकट करता है। वेदों से प्रकट होने के कारण इसे वैदिक धर्म और शाश्वत होने के कारण सनातन धर्म कहा जाता है। उन्होंने कहा कि धर्म राष्ट्र का भी प्राण है। हमारे आर्यावर्त के जिन हिस्सों में वैदिक धर्म दुर्बल हुआ वे भूभाग हमसे कटते गए। बांग्लादेश में जारी हिंसा तथा भारत-विरोधी अराजकता की भर्त्सना करते हुए आचार्य ने कहा कि एकमात्र वैदिक सनातन धर्म ही विश्व शांति का साधन है। इस अवसर पर यज्ञाचार्य पं दिनेश शुक्ल, गृहस्थ आश्रम बरजा के संत त्रिलोकी बाबा, यजमान वाल्मीकि ...
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