बागपत, अगस्त 17 -- नगर के कौशल सभागार में धर्म सभा आयोजित की गई। जिसमें मुनि 108 नयन सागर महाराज ने मंगल प्रवचन किया। जिन्हें सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही। जैन मुनि ने 16 कारण भावनाओं पर प्रकाश डालते हुए आठवीं भावना साधु समाधि का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि मोक्ष की प्राप्ति के लिए साधु द्वारा की जाने वाली समाधि मरण या संलेखना की विधि साधु समाधि है। जैन धर्म में मृत्यु को एक स्वाभाविक प्रक्रिया के रूप में देखा जाता है,और साधु इसे कर्मों का क्षय करने और मोक्ष की दिशा में आगे बढ़ने के एक अवसर के रूप में स्वीकार करते हैं। समाधि मरण का मुख्य उद्देश्य कर्मों को क्षीण करके मोक्ष प्राप्त करना है। धर्म सभा में प्रवीण जैन, मनोज कुमार जैन, मनोज जैन, संभव दिनेश जैन, पवन जैन, आनंद जैन, अमित जैन, बिजेंदर जैन, सतीश जैन, शरद ...