देहरादून, अगस्त 16 -- खीर गंगा की बाढ़ से उपजे हालात से अकेले धराली में ही सेब और सब्जी की फसल को पांच करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जो सेब की फसल बची है उसे बाजार तक पहुंचाने के लिए बंद रास्तों ने चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि हफ्ते भर में बगीचों से सेब निकलना शुरू हो जाएगा। समय पर रास्ते नहीं खुलते हैं तो बागवानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। धराली में जहां अभी मलबे का ढेर लगा है, वहां पर बड़े पैमाने पर सेब के बगीचे थे, जो पूरी तरह खत्म हो गए हैं। यहां सब्जी उत्पादकों को भी आपदा से बड़ा नुकसान हुआ है। उत्तराखंड बागवानी मिशन की ओर से धराली में आपदा से हुए नुकसान का आंकलन किया जा चुका है। पांच करोड़ के नुकसान की रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है। हर्षिल में भी सेब बागवानों को नुकसान पहुंचा हैं। इसके अलावा हर्षिल घाटी के आठ गांवों में सेब की फस...