प्रयागराज, अक्टूबर 20 -- दीपोत्सव का उल्लास सोमवार को शाम होते ही हर ओर नजर आया। सूर्यास्त होने के बाद जहां प्रदोष काल में भगवान गणेशजी और मां लक्ष्मी का घरों में विधि विधान से पूजन किया गया, वहीं मठ-मंदिरों से लेकर व्यापारिक प्रतिष्ठानों में देर रात तक पूजन-अर्चन चलता रहा। पूरा शहर आतिशबाजी, रंगबिरंगी रोशनी व पटाखों की गूंज से सराबोर होता रहा। ऐसा लगा मानो सतरंगी छटा से आकाश जगमग हो उठा। पर्व पर सुबह से ही घरों में पूजन-अर्चन के लिए साफ-सफाई की जाती रही। घरों के साथ ही पूजा स्थल झिलमिल झालर से सजाए गए। सूर्यास्त होते ही स्थिर लग्न में मां लक्ष्मी, गणेशजी व कुबेर का पूजन विधि विधान से किया जाना शुरू हुआ। परिवार के बड़े-बुजुर्गों के सानिध्य में नए वस्त्र पहनकर परिजनों ने विधिवत भगवान गणेश व मां लक्ष्मी का पूजन किया। चौकी पर लक्ष्मी, गणेश व...