नई दिल्ली, जुलाई 22 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने जहां देश की राजनीति को चौंका दिया, वहीं भाजपा के अंदर भी इससे खलबली वाली मच गई। हालांकि, भाजपा के भीतर ज्यादा मुखर हलचल न होना और एक तरह की खामोशी भी कई तरह के संकेत देती है। चर्चा है कि इस निर्णय में कहीं न कहीं पार्टी भी शामिल रही है, भले ही धनखड़ ने स्वास्थ्य संबंधी कारणों का हवाला देते हुए त्यागपत्र दिया हो। सोमवार रात लगभग नौ बजे धनखड़ ने इस्तीफा दिया था, इसके अगले दिन यानी मंगलवार को दोपहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'एक्स पर पोस्ट कर धनखड़ के बेहतर स्वास्थ्य की कामना की और उन्हें किसान पुत्र और प्रेरणादायक नेता बताया। जबकि, पार्टी की तरफ से या सरकार की तरफ से इस बारे में कोई खास जानकारी सामने नहीं आई। सुप्रीम कोर्ट के वकील रहे और सम...