वाराणसी, सितम्बर 23 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। अगले बरसात के मौसम में बीएचयू जनपद के भूजल रीचार्ज की दिशा में बड़ी छलांग लगाएगा। परिसर में 'रेन वॉटर हार्वेस्टिंग योजना के तहत सोक-पिट (गड्ढे) तैयार किए जा रहे हैं। योजना के मुताबिक परिसर में चिह्नित स्थानों पर दो हजार ऐसे गड्ढे खोदे जाने हैं। इनमें लगभग ढाई सौ की खोदाई का काम पूरा हो चुका है। कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने विभिन्न कार्यक्रमों में बीएचयू की शिक्षण-शोध व्यवस्था के साथ अपनी भौगोलिक और पर्यावरणीय पहचान को भी बनाए रखने की बात कही है। इस योजना को इसी का परिणाम माना जा रहा है। इसके अंतर्गत परिसर में आठ से दस फीट गहरे गड्ढे खोदने के साथ ही इनमें रेत, बड़े पत्थर और कंकड़ भरे जा रहे हैं। संकायों, हॉस्टल रोड और आवासीय परिसर के आसपास सड़कों के किनारे खोदे जा रहे यह गड्ढे दुर्घ...