मुजफ्फरपुर, फरवरी 28 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। निजी नर्सिंग होम दो हजार रुपये के लिए मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। एक और दो कमरों में चलने वाले नर्सिंग होम में आग से बचाव के कोई इंतजाम नहीं होते है। इनमें फायर ऑडिट भी नहीं कराई जा रही है। यह हाल तब है जब फायर सेफ्टी एनओसी के लिए अस्पताल को सिर्फ दो हजार रुपये ही देने होते हैं। विभागीय सूत्रों के अनुसार, छोटे नर्सिंग होम को फायर ऑडिट का सर्टिफिकेट लेने क लिए महज दो हजार रुपये की राशि ही जमा करनी पड़ती है। शहर में चलने वाले कई नर्सिंग होम गलियों में चल रहे हैं। अगर यहां कोई अगलगी की दुघर्टना होती है तो मरीजों को निकलना भी मुश्किल होगा। सीएस डॉ. अजय कुमार का कहना कि नर्सिंग होम की सभी तरीके की जांच के लिए प्रभारियों को निर्देश दिया गया है। कमी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। प्रदूष...