गढ़वा, मार्च 7 -- धुरकी, प्रतिनिधि। प्रखंड अंतर्गत करवापहाड गांव में पेयजल की व्यवस्था के लिए एक दर्जन से अधिक जलमीनार लगाए गए हैं। दो साल बाद भी उन्हें चालू नहीं किया जा सका। उन्हें चालू नहीं करने के कारण यहां के लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस जलमीनार से हर घर नल कनेक्शन के तहत करवापहाड गांव के लगभग 500 से अधिक घरों को पानी देने की योजना थी। ग्रामीणों ने बताया कि जलमीनार 24 महीने से बेकार पड़ा है। पानी के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि संवेदक ने जैसे-तैसे जलमीनार का आधा अधूरा काम कर छोड़ दिया। कहीं सोलर मोटर नहीं है, तो कहीं पाइप लाइन का काम अधूरा है। पानी सप्लाई पूरा नहीं होने से गांव के लोग भरार या माथे पर दूर से पानी ढोने को विवश हैं। संवेदक द्वारा सामग्री का उपयोग कर पैसे की निकासी कर ली गई है। ग्...
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