आगरा, अगस्त 27 -- सात जन्मों के बंधन की डोर दो माह में टूट गई। पति-पत्नी अलग-अलग रहने लगे। मामला अदालत तक पहुंचा। विवाह विच्छेद (तलाक) की याचिका प्रस्तुत की। परिवार न्यायालय ने सुनवाई के बाद विवाह विच्छेद का आदेश दिया। छोटी-छोटी बातें एवं अहम की लड़ाई के चलते परिवार बिखर रहे हैं। आगरा में हर दिन तमाम मामले अदालतों में पहुंच रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में लखनऊ निवासी युवती की शादी रोहता आगरा निवासी युवक से वर्ष 2023 में हुई थी। विवाह के मात्र दो माह बाद ही पति पत्नी अलग-अलग रहने लगे। पति-पत्नी के मध्य वैचारिक मतभेद बढ़ने पर उन्होंने विवाह विच्छेद के लिए अदालत में याचिका प्रस्तुत कर दी। पत्नी ने पति से एक मुश्त रकम लेकर विवाह विच्छेद की सहर्ष अनुमति दे दी। पति की ओर से पैरवी कर रहे अधिवक्ता शैलेंद्र पाल सिंह एवं सत्यप्रकाश सिंह बघेल ने कहा कि ...