औरंगाबाद, जून 9 -- गोह के स्व. रामशरण यादव पुस्तकालय में डॉ. रविनंदन की दो पुस्तकों भ्रमजाल और नशा: एक अभिशाप का विमोचन समारोह आयोजित हुआ। मगध विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. रामशकल बिंद ने कहा कि साहित्य समाज का सौंदर्य दर्पण है। साहित्यकार को कुरीतियों को दूर कर सभ्य समाज के निर्माण में योगदान देना चाहिए। प्रो. अलखदेव प्रसाद अचल ने भ्रमजाल को मनोवैज्ञानिक और ज्ञानवर्धक बताया। कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। जैतिया मिडिल स्कूल के छह वर्षीय आयुष कुमार को बेहतर चित्रकारी के लिए प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। कार्यक्रम की अध्यक्षता विंदेश्वरो शर्मा ने की। इस मौके पर प्रो. प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. आर. यू. कुमार, अंबुज कुमार, गौतम कुमार, समुंदर सिंह, अवधेशनंदन द्विवेदी, बृजमोहन राम, अमरेंद्र कुमार, निरु कुमारी, सुरेंद्र चंद...