नई दिल्ली। संजय कुशवाहा, अप्रैल 22 -- राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जीवन दोगुना जल मिलने पर ही बच सकता है। यह बात दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक मई जैसे सूखे महीने में भी नदी का नैसर्गिक बहाव (एंवायरमेंटल फ्लो) 23 क्यूमेक्स होना चाहिए। जबकि, अभी नदी का बहाव सिर्फ 10 क्यूमेक्स रहता है। यानी, नैसर्गिक बहाव के लिए कम से कम 13 क्यूमेक्स जल और होना चाहिए। राजधानी से गुजरने वाली एकमात्र बड़ी नदी यमुना है। दिल्ली के सांस्कृतिक और प्राकृतिक जीवन पर यमुना का सदियों से महत्व रहा है। लेकिन, हाल के वर्षों में यमुना का जीवन दिल्ली में समाप्त जैसा हो गया है। दिल्ली के बड़े-बड़े नालों से सीधे यमुना में गिरने वाले गंदे पानी के चलते प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा होता है कि नदी का जलीय जीवन काफी हद त...