नैनीताल, जून 18 -- नैनीताल, संवाददाता। वायुमंडलीय अनुसंधान की दिशा में क्रांतिकारी मानी जा रही फूरियर ट्रांसफॉर्म अवरक्त (एफटीआईआर) स्पेक्ट्रोमीटर तकनीक पर आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एरीज) में चल रहे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के तीसरे दिन विशेषज्ञों ने तकनीक के विभिन्न उपयोगों और भविष्य की संभावनाओं पर विचार प्रस्तुत किए। सम्मेलन में तीन प्रमुख वैश्विक वैज्ञानिक नेटवर्क एनडीएसीसी-आईआरडब्ल्यूजी, टीसीसीओएन और सीओसीसीओएन पर विचार प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक जिम हनीगन ने कहा कि एफटीआईआर स्पेक्ट्रोमीटर, सूर्य की किरणों में मौजूद अवशोषण वर्णक्रम के माध्यम से वायुमंडल में उपस्थित गैसों की पहचान करता है। पिछले कुछ दशकों से यह तकनीक कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड और जलवाष्प जैसी सूक्ष...
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