नई दिल्ली, अक्टूबर 27 -- बारह राज्यों में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की चुनाव आयोग की घोषणा एक स्वागत-योग्य कदम है। सोमवार को एसआईआर के दूसरे चरण का एलान करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने देश को बताया कि इस महाअभियान में एक दर्जन सूबों के करीब 51 करोड़ मतदाताओं के नाम की जांच की जाएगी और सात लाख से अधिक बूथ स्तरीय एजेंट (बीएलए) इस काम को अंजाम देंगे। निस्संदेह, एक सफल लोकतंत्र की पहली पहचान यही है कि उसकी चुनाव प्रक्रिया में सभी हितधारकों का भरोसा हो और उसकी राजनीतिक पार्टियां जनादेश को शिरोधार्य करते हुए सुचारू रूप से सत्ता हस्तांतरित करती हों। भारतीय लोकतंत्र इसी आदर्श से संचालित रहा है। पहले आम चुनाव से लेकर आज तक सरकारों व निर्वाचन आयोग ने चुनाव सुधार के कई कदम उठाए हैं। इनमें इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) ...