नई दिल्ली, अक्टूबर 27 -- गाजर की पूंगी बजी तो बजी, नहीं तो तोड़ खाई- यह लोकोक्ति बिहार के चुनाव में महागठबंधन पर चरितार्थ होती लग रही है। महागठबंधन आज इसी दुविधा में है। वह यही प्रयास कर रहा है कि गाजर की पूंगी बज जाए, जिसके लिए अशोक गहलोत भी बुलाए गए। हालांकि, मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा होने के बाद से ही राहुल गांधी बिहार की जनसभा में कहीं दिख नहीं रहे हैं। क्या वह नाराज हैं? वैसे, कांग्रेस या राहुल गांधी की दुविधा से बेखबर राजद नेता आपसी मनमुटाव को किनारा कर प्रचार-प्रसार में जुट गए हैं। सत्तारूढ़ दल की नजर में विपक्ष की उपयोगिता खत्म हो गई है। बिहार में भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि समय बदल गया है और अब लालटेन की आवश्यकता नहीं है। लगे हाथ उन्होंने जंगलराज की भी याद दिला दी और कहा कि महागठबंधन की सरकार आएगी, तो बिह...