गया, मार्च 6 -- दिग्मणि ग्लोबल स्कूल में आठवीं क्लास से ही आईएएस परीक्षा के फाउंडेशन कोर्स की शुरुवात कर दी गयी है। आलोक रंजन (आईएएस कोच) ने बताया कि आठवीं क्लास से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, ताकि पहले प्रयास में आई.ए.एस बन सके। बताया कि अपने वर्षों के अनुभव से स्कूली छात्रों के लिए विशेष पाठ्यक्रम (नोटस) तैयार किये हैं जो की आठवीं कक्षा से ही पढ़ाना प्रारंभ हो चुका है। दिग्मणि ग्लोबल स्कूल मुख्य निरीक्षक केशव पाण्डेय (आईआईटी-कानपुर) ने बताया की आलोक रंजन हमेशा से ही दूरगामी सोच रखते हैं। उनके द्वारा ही दिग्मणि ग्लोबल स्कूल में बिहार का पहला स्टीम लैब लाया गया है। यह अब पूर्ण रूप से संचालित है जिसमे मुंबई से आये लैब एक्सपर्ट व ट्रेनर अभिषेक बच्चों को ड्रोन और रोबोट बनाना सिखा रहे हैं। इससे बच्चे अत्यधिक उत्साहित हैं।...