रांची, मार्च 23 -- रांची, वरीय संवाददाता। झारखंड सरकार की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर सोमवार को होने वाले इफ्तार पार्टी का सोशल मीडिया पर विरोध किया जा रहा है। आमया के एस अली ने कहा कि सोशल मीडिया पर किए जा रहे विरोध सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि मुस्लिम समुदाय के शिक्षा, रोजगार, न्याय, अधिकार से जुड़े नीतिगत मामलों को हल कराने की मांग पर है। कहा, झारखंड में इंडिया गठबंधन सरकार का दूसरा कार्यकाल है लेकिन मुस्लिम समुदाय के न्याय, अधिकार, शिक्षा, रोजगार से जुड़े मामले हल नहीं हुए, अबुवा बजट में मुस्लिम समुदाय के उत्थान के लिए एक भी योजना शुरू नहीं की गई, बल्कि अल्पसंख्यक बजट में बढ़ोतरी के बजाए बजट घटा दिया गया। विधानसभा सत्र में उर्दू शिक्षक बहाली, बुनकरों, भूमिहीन मुस्लिम, एमएसडीपी योजना, मदरसा आलिम फाजिल डिग्री, मॉब लिंचिंग पर ...