बुलंदशहर, अक्टूबर 9 -- ककोड़/चोला। क्षेत्र के गांव दाऊदपुर स्थित राधाकृष्ण शिव शक्ति मंदिर में चल रही भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक स्वामी विकासानंद महाराज ने बताया कि कलयुग स्वयं के शरीर, दिमाग व सोच से पैदा होता है। मनुष्य स्वयं के अंदर झांककर देखें, दिमाग की सोच बदले तो कभी कलयुग नहीं आ सकता। महाभारत प्रसंग सुनाते हुए बताया कि जुआ खेलने से कितनी हानि होती है, इसका परिणाम द्रोपदी चीर हरण किया गया। आसपास के गांव खानपुर, खबरा, कादलपुर, नगला वंशी से श्रद्धालु कथा श्रवण करने पहुंचे। व्यवस्थाओं में गौतम शास्त्री, मुनेश सोलंकी,अनिल सोलंकी,, मेघराज सिंह, बृजपाल सोलंकी, सतीश आर्य, नरेंद्र सोलंकी, प्रमोद सोलंकी रहे।

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