मिर्जापुर, अक्टूबर 3 -- मिर्जापुर। असत्य पर सत्य के विजय का पर्व दशहरा उत्साहपूर्वक मनाया गया। नगर के बरियाघाट, त्रिमोहानी समेत आसपास के क्षत्रों में राम-रावण युद्ध के बाद जय श्रीराम के उद्घोष के रावण का पुतला दहन किया गया। बिहसड़ा बाजार के रामलीला मैदान में 35 फीट लंबे रावण के पुतले का दहन किया गया। विशालकाय रावण को देखने के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ा। भारतीय संस्कृति सेवा संस्था के बैनर तले बीते आठ दशकों से यहां रामलीला का मंचन किया जा रहा है। पुतले के निर्माता शिवनारायण बिंद ने बताया कि कुल पांच कुंतल लोहे की सरिया व राड का इस्तेमाल किया गया है। वह तीन कारीगरों के साथ एक पखवाड़े में पुतले का निर्माण पूरा करते हैं। लोहे के ग्रिल पर चहुंओर चक्कर लगाते रावण का अट्टहास सुनकर दर्शक रोमांचित हो उठे। कहाँ है राम कहां है लक्ष्मण का शोर फिजा में गू...