मुजफ्फर नगर, सितम्बर 7 -- जैन धर्म के दसलक्षण धर्म के अंतिम दिन ब्रह्मचर्य धर्म पर नगर के सभी नौ जैन मंदिरों में जैन भक्तों द्वारा जिनेन्द्र प्रभु का अभिषेक पूजन,विधान पूर्ण किये गए। वासुपूज्य भगवान के मोक्ष कल्याणक के शुभ अवसर पर प्रत्येक मंदिर में निर्वाण फल चढाए गए। शनिवार को चन्द्रप्रभ दिगम्बर जैन मंदिर पीसनोपाडा में मंदिर प्रबन्ध समिति व अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन के तत्वावधान में पंडित अखिल जैन शास्त्री, उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म पर प्रवचन करते हुए बताया कि आत्मा में रमण करना ब्रह्मचर्य है। श्रावक को शील के वर्तो का पालन करना चाहिए।दोपहर में द्रव्य संग्रह शिविर के प्रतिभागियों ने परीक्षा दी उसके बाद सभी जैन मंदिरों से सौधर्म इंद्र,ईशान इंद्र कुबेर इंद्र सभी इन्द्रों के साथ जलाभिषेक का जल लेने के लिए जल उत्सव यात्रा द्वारा नशिया मंदिर ...
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