झांसी, जून 12 -- कानपुर। बांदा में पड़ोसी की दरिंदगी की शिकार मासूम सात दिन बाद जिंदगी की जंग हार गई। हैलट के पीडियाट्रिक आईसीयू में बुधवार को सुबह छह बजे के करीब उसकी सांसें थम गईं। बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ.एसके गौतम ने बताया बच्ची जिस दिन से आई थी वह कोमा में थी। बीते दो दिनों से उसका बीपी और पल्स तक नहीं रिकॉर्ड हो पा रहा था। ऑक्सीजन लेवल भी लगातार कम हो रहा था। गहरी चोट लगने के चलते दिमाग सुन्न हो गया था। दो दिनों से वह डीप कोमा में थी। अन्य बॉडी ऑर्गन्स भी रिस्पॉंस नहीं कर रहे थे। तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम शव का पोस्टमॉर्टम बुधवार को दोपहर बाद तीन डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के बीच किया गया। इसमें डॉ. शरद चंद्रा, डॉ.रमेश कुमार व डॉ.अनीता कुमारी शामिल रहीं। बच्ची के मौत की वजह पोस्टमॉर्टम में स्पष्ट नहीं हो सकीं, जिस...