अमरोहा, अक्टूबर 29 -- अमरोहा। अदबी संस्था दबिस्तान-ए-अमरोहा के तत्ववाधान में मंगलवार रात शहर के मोहल्ला हक्कानी में गजल की महफिल का आयोजन किया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ शायर जुनैद अकरम फारूकी ने व संचालन डा.नासिर अमरोहवी ने किया। महफिल का आगाज नात-ए-पाक से हुआ। इसके बाद स्थानीय शायरों ने अपनी बेहतरीन गजले पेश कर श्रोताओं की खूब वाह-वाही लूटी। जुनैद अकरम फारूकी ने पढ़ा...कौन है मुरिस-ए-आला नहीं पूछा करते, यार अहबाब से शजरा नहीं पूछा करते। शीबान कादरी ने कहा...ये खिलौना तो बहुत महंगा है लेकिन वो शख्स, अपने बच्चे को रुलाना भी नहीं चाहता है। डा.नासिर अमरोहवी ने कुछ यूं पढ़ा...तुम्हारी बेरुखी रिश्ता निगल गई अपना, ये बारिशें कई कच्चे घरों को ले बैठीं। मेहरबान अमरोहवी ने फरमाया...कल तक जो मेरे दोस्त मेरे साथ खड़े थे, अब उन को ही गैरों में खड़ा देख र...