आगरा, अप्रैल 10 -- कस्बा में मंगलवार की रात उर्स हजरत दाता मियां इंतजामिया कमेटी ने मुशायरा व सामूहिक विवाह कराया। मुशायरे में शायरों ने अपने-अपने कलाम पेश किए और दर्शकों की तालियां बटोरीं। कमेटी की ओर से देर रात को ही मुस्लिम समाज के छह जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। सभी को घरेलू सामान देकर विदा किया गया। सिढ़पुरा के किदवई नगर में आयोजित मुशायरे का संचालन कवि नदीम फर्रुख ने किया। उन्होंने अपने कलाम प्रस्तुत कर श्रोताओं को हंसाया। शाइस्ता सन्ना ने पढ़ा कि वो जो चुपचाप से बैठे हैं किसी सोच में गुम, उनकी आंखों में भी इक ख्वाब तड़पता होगा। हाशिम फिरोजाबादी ने पढ़ा कि तेरा मिलना भी जरूरी है जमाने के लिए, हम तो तेरे नाम से पहचान रखते हैं। इसके अलावा विकास बोखल, निकहत मुरादाबादी ने भी अपने कलाम पेश किए। इस दौरान निजाम अहमद बब्बन, तौहीद सिद्...