मुरादाबाद, मई 17 -- साहित्यिक संस्था 'हिंदी साहित्य सदन के तत्वावधान में श्रीराम विहार कालोनी कचहरी स्थित 'विश्रांति भवन में लोकार्पण एवं सम्मान-समारोह का आयोजन किया गया। इसमें गाजियाबाद के वरिष्ठ नवगीतकार जगदीश पंकज को अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. अजय अनुपम की काव्यानुवाद की कृति 'यजुर्वेद काव्यानुवाद भाग-1 का लोकार्पण भी किया गया। मुख्य अतिथि जगदीश पंकज रहे। शुभारंभ गायत्री मंत्र के वाचन से हुआ। इसके पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित कवियों ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में रचनाएं प्रस्तुत कीं। वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. अजय अनुपम ने मुक्तक पढ़ा, 'फल के पीछे कर्म हुआ करते हैं, दिल के छाले नर्म हुआ करते हैं, प्रीति दीप मन में जलता इस कारण, सबके आंसू गर्म हुआ करते हैं। गाजियाबाद के वरिष्ठ नवगीतकार जगदीश पंकज ने गीत...