सिमडेगा, जुलाई 3 -- ठेठईटांगर, पुल के अभाव में सर्पदंश पीडि़त अपने को खोने वाला देवबहार झरियाडिपा गांव में आज भी बुनियादी सुविधाओं का घोर आभाव है। प्रखंड मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांव के पहुंच पथ में स्थित झारियाडीपा नदी में आज तक पुल नहीं बना है। पुल नहीं रहने से देवबहार झरियाडीपा गांव बरसात शुरु होते ही तीन माह तक टापू बना रहता है। इस दौरान बच्चे स्कूल से कट जाते हैं। उनकी पढ़ाई लिखाई काफी प्रभावित होती है। गांव में किसी के बीमार हो जाने पर घर में ही उनके स्वास्थ्य होने का इंतजार करना ग्रामीणों की मजबूरी है। हालत नाजूक होने की स्थिति में ग्रामीण खटिया एंबुलेंस के सहारे मरीज को ढोकर नदी पार करते हैं। रात के समय में तो किसी के बीमार होने पर सुबह होने एवं नदी में पानी की धारा कम होने का इंतजार करते हैं। गांव तक पहुंच पथ ...