बागपत, अक्टूबर 10 -- अब तो प्रत्येक पर्व को पारम्परिक अंदाज में मनाने चलन बदल चुका है, जैसे यह कोई परंपरा न होकर आधुनिक ट्रेंड हो। करवाचौथ का पर्व भी इनमे से एक है। विशेषकर ग्रामीण व शहरी परिवेश में रहने वाले लोगों ने त्योहार मनाने के तौर-तरीके ही बदल डाले हैं। पति की दीर्घायु के लिए सुहागिन महिलाओं द्वारा करवाचौथ का व्रत रखा जाता हैं। अधिकांश महिलाएं इसे निर्जल रखती हैं, तो समय बदलने के साथ अब बहुत सी महिलाएं इस व्रत को फलाहार के साथ भी रखने लगी है। उपवास रखने के तौर-तरीकों से लेकर विधि-विधान से पूजा करने के तरीकों में भी पहले के मु़काबले बहुत बदलाव देखा जा रहा है। यह अमूलचूल बदलाव ग्रामीण और शहरी परिवेश में अधिक देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी संयुक्त परिवार होने के कारण सभी महिलाएं, पड़ोस की महिलाएं एक साथ बैठकर करवाचौथ की ...