आजमगढ़, जुलाई 6 -- आजमगढ़। जिले के लेदौरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर तिलहन परियोजना के तहत अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इसके तहत तिल का नि:शुल्क वितरण किया जा रहा है। इस मौके पर केंद्र के अध्यक्ष डॉ. एलसी वर्मा ने कहा कि अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए अच्छा बीज होना आवश्यक है। इसके लिए किसान शेखर, टी-78, प्रगति, आरटी-350, आरटी-351, टीकेजी-21, टीकेजी-306, हरियाणा तिल-1 और माधवी जैसी उन्नत किस्मों का चयन करें। वैज्ञानिक डॉ. एमपी गौतम ने कहा कि तिल की बुवाई जुलाई के पहले सप्ताह में करें। देर से बुआई करने पर उपज कम हो सकती है। कतारों में बुवाई करें और कतारों के बीच 30 सेमी और पौधों के बीच 10 सेमी का फासला रखें। सस्य वैज्ञानिक डॉ. शेर सिंह ने कहा कि तिल की फसल को आम तौर पर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती है, लेकिन यदि बारिश न हो ...