उन्नाव, अक्टूबर 14 -- औरास। रामपुर खजड़ी के बाला जी मंदिर परिसर में आयोजित रामलीला के दूसरे दिन ताड़का वध सहित अन्य लीलाओं का मंचन हुआ। वन में असुरों के अत्याचार से त्रस्त महर्षि विश्वामित्र राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को साथ ले जाने के लिए कहते हैं। रास्ते में दंडक वन में विश्वामित्र ताड़का के बारे में बताते हैं। राम-लक्ष्मण वन में राक्षसी ताड़का को मारकर महर्षि के यज्ञ की रक्षा करते हैं। ताड़का वध होते ही पूरा पंडाल जय श्रीराम के उद्घोष से गूंज उठा।

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