प्रयागराज, जून 14 -- प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में चल रहे योग शिविर में शनिवार को पेट तथा पीठ के बल किए जाने वाले आसनों का अभ्यास कराया गया। इसमें मकरासन, भुजंगासन, शलभासन पेट के आसन रहे जबकि पीठ की तरफ लेट कर किए जाने वाले आसन सेतुबंध आसन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवन मुक्तासन व शवासन के तरीके भी बताए गए। योगाचार्य धर्मेंद्र मिश्रा ने इन आसनों से शरीर पर पड़ने वाले लाभ भी बताए। कहा कि वर्तमान में बढ़ते ताप को शांत करने के लिए शीतलीकरण का अभ्यास करना चाहिए। डीएलएड प्रशिक्षुओं ने भी इसमें खूब रुचि ली। बताया कि शीतली प्राणायाम एक यौगिक प्राणायाम है, जो श्वसन प्रणाली को शुद्ध करने और शरीर को शीतलता प्रदान करने में मदद करता है। इस आसन से शरीर का तापमान कम होता है और गर्मी के मौसम में राहत मिलती ह...