रुडकी, फरवरी 2 -- फरवरी की शुरूआत में सूरज की तपिश से गेहूं की फसल प्रभावित होने लगी है। पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है और तापमान में वृद्धि हो रही है। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें भी साफ नजर आ रही हैं। समय से पहले पड़ रही गर्मी से गेंहू की पैदावारी प्रभावित होने का डर किसानों को सता रहा है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार जनवरी में गेहूं की फसल के लिए लगभग 20 डिग्री का तापमान अनुकूल माना जाता है। गर्म मौसम में गेहूं में बालियां नहीं बनेंगी। इस पर किसान रामावतार गोस्वामी, नरेश सैनी, प्रदुमन सिंह आदि ने बताया कि पिछले साल का मौसम गेहूं की फसल के लिए काफी मुफीद रहा था। लेकिन इस बार मौसम का मिजाज बदला हुआ है। यह समय गेहूं की ग्रोथ का होता है।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...