कानपुर, अगस्त 3 -- अन्जुमन-ए-फिरदौसिया की ओर से 55वें दौर की तरही शब्बेदारी खत्म होते ही ग्वालटोली मकबरा के इमाम बारगाह नजरे आलम से रविवार को हजरत अब्बास के अलम के साथ शबीहे ताबूत हजरत इमाम हुसैन का जुलूस निकला। हजारों सोगवाराने हुसैन ने इसमें शामिल हुए। जुलूस मकबरा छोटी कर्बला हुसैनी मैदान में सुबह आठ से सुबह 10 बजे तक गश्त करता रहा। गश्त के दौरान मेहमान अन्जुम अलमदारे हुसैनी बालीपुर, अंजुमन हैदरिया उन्नाव और अंजुमन शम्मे हुसैनी मोहम्मदपुर ने कर्बला के 72 प्यासे शहीदों को नजराने अकीदत पेश की। जुलूस इमाम बारगाह आगा मीर पहुंचने के बाद मजलिस में बदला। अन्जुमन की अलविदाई मजलिस को लखनऊ के मौलाना यासूब अब्बास ने पढ़ा। उन्होंने कहा कि कर्बला हमको इस्लाम की राह में कुर्बानी का सबक देती हैं और इस्लाम के दोस्तों और दुश्मनों की पहचान का सलीका सिखात...